डॉ. सचिन कुमार, आईआईटी रुड़की और एचबीटीयू कानपुर के पूर्व छात्र हैं और उनको को
बायोमास और बायोएनर्जी के क्षेत्र में अनुभव है। उनकी प्राथमिक अनुसंधान रुचि मूल्य
वर्धित उत्पादों के लिए बायोगैस, बायोहाइड्रोजन, बायोएथेनॉल, लिग्निन वेलोराइजेशन सहित
एकीकृत बायोरिफाइनरी में है। उन्होंने पत्रिकाओं, पुस्तक अध्यायों और सम्मेलन की कार्यवाही
और 9 संपादित पुस्तकों में 75 से अधिक पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्होंने एक अमेरिकी पेटेंट
और 3 भारतीय पेटेंट दायर किए हैं।
उनकी उपलब्धियों में 2016 एएसएम-आईयूएसएसटीएफ इंडो-यूएस रिसर्च प्रोफेसरशिप प्राप्त
करना और डीबीटी और आईयूएसएसटीएफ द्वारा अत्याधुनिक रिसर्च (बी-एसीईआर) फेलो
2016 के लिए बायोएनर्जी-पुरस्कार के रूप में चुना जाना शामिल है।
उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए द्वारा स्कोपस के आधार पर रिपोर्ट की गई दुनिया के
शीर्ष 2% शोधकर्ताओं की लिस्ट में भी स्थान हासिल किया है।
लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास, जैव ईंधन, एकीकृत बायोरिफाइनरी, बायोगैस, 2जी इथेनॉल, बायोहाइड्रोजन, लिग्निन वेलोराइजेशन
सहकर्मी-समीक्षित गैर-एससीआई पत्रिकाओं में
पुस्तक अध्याय
सम्मेलन की कार्यवाही में लेख
समाचार पत्रों में लेख
मॉड्यूल
पुस्तकें/सम्मेलन की कार्यवाही